Friday, August 26, 2011

 जब जब किरणों ने जाल फैलाया है,
 अँधेरा भी मुह छुपाकर भागता नज़र आया है,
करते रहो तुम संघर्ष मेरे दोस्तों,
 हम सभी के नाम का सूरज निकल आया है..
 जय हिंद --------------------जय भारत

Wednesday, August 24, 2011

भ्रष्टाचार पर हल्ला बोल, 
  धृतराष्ट्र अब तो आँखें खोल
 

Tuesday, August 23, 2011

Ru

 होंटो पे तबस्सुम का उजाला नहीं देखा,
 मुद्दत से किसी शख्स को हँसते नहीं देखा